आनन-पेशियाँ (ङचिअल् मुस्च्लेस्) ग्रस्त होनेपर, हास्यानुकारी मुखभंग उत्पन्न हो जाता है.
2.
जबकि हास्यानुकारी मुखभंग, व्यापककठोरता और आक्षेप दोनों अवस्थाओं में मौजूद रह सकते हैं, कष्ट प्रसव (डिङ्ङिचुल्ट्लबोउर्) के साथ ही हनुस्तम्भ (ट्रिस्मुस्) का अभाव होने से अंतःकपाल-रक्तस्त्राव केनिदान का समर्थन होना.